राजू महतो ने नौकरी के साथ खेती को अपनाकर बंजर ज़मीन को उपजाऊ बना डाला, पत्नी निशा कुमारी भी देती हैं बराबरी से साथ
बोकारो: बोकारो जिले के कडे़र गांव के रहने वाले राजू कुमार महतो एक मिसाल बनकर उभरे हैं। सरकारी नौकरी करने के बावजूद उन्होंने अपनी जड़ों से जुड़ाव बनाए रखा और खेती को न केवल अपनाया, बल्कि उसे एक नई दिशा दी। राजू ने करीब 22 एकड़ बंजर भूमि को उपजाऊ बना कर कृषि कार्यों के लायक बना दिया।
राजू अपनी सरकारी जिम्मेदारियों के साथ-साथ गांव में कृषि गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। इस पूरे सफर में उनकी पत्नी निशा कुमारी, जो खुद एक किसान की बेटी हैं, कंधे से कंधा मिलाकर साथ देती हैं। वे खेतों में मेहनत से लेकर सब्जियों की देखरेख तक हर काम में पूरी तत्परता से लगी रहती हैं।
आज राजू के फार्म में कई किस्म की सब्जियां उगाई जाती हैं, जिन्हें रांची, रामगढ़, गोला और हजारीबाग की प्रमुख मंडियों में भेजा जाता है। यह सब्जियां न केवल उनकी आय का साधन हैं, बल्कि उनके गांव और क्षेत्र को भी नई पहचान दिला रही हैं।
उनकी यह पहल यह दर्शाती है कि यदि जुनून और मेहनत हो, तो कोई भी काम असंभव नहीं है — चाहे वह बंजर ज़मीन को हराभरा बनाने का ही क्यों न हो।








