📰 काले जादू के अंधविश्वास पर वन विभाग की सर्जिकल स्ट्राइक, बोकारो में 5 जगह छापेमारी
बोकारो: अंधविश्वास और काले जादू की आड़ में फल-फूल रहे वन्यजीव तस्करी के अवैध धंधे का बोकारो वन प्रमंडल ने बड़ा खुलासा किया है। वन विभाग ने चास और पेटरवार इलाके के 5 स्थानों पर छापेमारी कर वन्यजीव ट्रॉफी, जैसे कि हथाजोड़ी (गोह का अंग), हाथी और सियार की हड्डियाँ, कस्तूरी, चमड़ी और साही के कांटे जब्त किए।
इस कार्रवाई का नेतृत्व प्रशिक्षु वन अधिकारी संदीप कारभारी शिंदे (भा.व.से.) ने किया, जिसमें कुल 6 आरोपियों पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत मामला दर्ज किया गया। इस अपराध में 3 से 7 वर्ष तक की सजा का प्रावधान है।
बोकारो वन प्रमंडल पदाधिकारी रजनीश कुमार ने स्पष्ट किया कि हथाजोड़ी कोई जड़ी-बूटी नहीं, बल्कि एक संरक्षित जीव “गोह” का अंग है। उन्होंने आम जनता, विशेषकर पूजा भंडार चलाने वालों से अपील की कि इस तरह के अवैध वन्यजीव व्यापार से दूर रहें और अगर जानकारी मिले तो तुरंत वन विभाग को सूचना दें।
इस पहली बड़ी कार्रवाई में रूद्र प्रताप सिंह (वनपाल), रतन राय और भगवान दास हेम्ब्रम (वनरक्षी) की अहम भूमिका रही।
📌 मुख्य बिंदु:
बोकारो वन प्रमंडल की 5 जगह छापेमारी
हथाजोड़ी, हड्डियाँ, चमड़ी और अन्य वन्यजीव अवशेष बरामद
6 आरोपियों पर केस दर्ज, 3–7 साल की सजा का प्रावधान
पूजा भंडारों पर फोकस, काले जादू में इस्तेमाल होता था सामान
नागरिकों से अपील: ऐसे अंधविश्वास और तस्करी से बचें