बोकारो इस्पात नगरी में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा बड़े ही श्रद्धा, उल्लास और भव्यता के साथ निकाली गई।
दिनांक 27 जून को बोकारो के जनवृत-4 स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर से रथ यात्रा की शुरुआत हुई, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं और नगरवासियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। मंदिर परिसर में भगवान श्रीजगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की विधिवत पूजा-अर्चना के उपरांत देव विग्रहों को रथ पर विराजित किया गया।
रथ यात्रा की विशेष रस्म छेरा-पन्हारा (रथ की सफाई) का आयोजन बीएसएल निदेशक प्रभारी श्री बीरेंद्र कुमार तिवारी ने स्वयं किया, जो पूरे आयोजन का एक दिव्य क्षण बन गया।
नगरवासियों और श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब
रथ यात्रा मंदिर से प्रारंभ होकर बोकारो जनरल अस्पताल, गांधी चौक, सिटी सेंटर, पत्थरकट्टा चौक होते हुए राम मंदिर परिसर तक पहुंची। पूरे मार्ग में श्रद्धालुओं ने रथ खींचने में भाग लिया और पुण्य अर्जित किया।
सेवा में अग्रणी रही महिला समिति बोकारो
हर वर्ष की भांति इस बार भी महिला समिति बोकारो ने रथ यात्रियों के लिए जलपान और खाद्य सामग्री की भव्य व्यवस्था की। समिति की अध्यक्ष अनीता तिवारी ने अन्य सदस्यों के साथ सुरभि टेंट से शरबत, ठंडा जल, चना-गुड़, बुंदिया और बताशा का वितरण किया।
उन्होंने कहा, “हमने भगवान श्री जगन्नाथ से बोकारो के नागरिकों के सुख-शांति और समृद्धि की प्रार्थना की है।”
समिति की अन्य सक्रिय सदस्याओं में उपाध्यक्ष अल्का मनवती, देवजानी मिश्रा, सचिव ऋचा प्रियदर्शिनी, कोषाध्यक्ष अभिरुचि प्रिया, सांस्कृतिक सचिव श्वेता कुमार, सुरभि प्रभारी अनिशा झा, साबुन-सैनिटरी प्रभारी प्रीति राजेश, विद्यालय प्रभारी आशा राज और समिता मोहंती प्रमुख रूप से शामिल थीं। उन्होंने न केवल सेवा कार्यों में योगदान दिया, बल्कि रथ की वापसी यात्रा की तैयारियों में भी तत्परता दिखाई।
निष्कर्ष:
बोकारो में भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान रहा, बल्कि सामाजिक समरसता, सेवा और श्रद्धा का उदाहरण भी बना। बीएसएल अधिकारियों और महिला समिति के समन्वित प्रयासों से यह आयोजन पूरे नगर के लिए एक अविस्मरणीय उत्सव बन गया।