“रक्त दो – आशा दो”: इस वर्ष की थीम ने दिलों को जोड़ा
बोकारो: हर वर्ष 14 जून को दुनिया भर में विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है। वर्ष 2025 इस दिवस की 21वीं वर्षगांठ है, जो इसे और भी विशेष बनाती है। इस वर्ष की थीम “रक्त दो – आशा दो: साथ मिलकर हम जीवन बचाएं” को ध्यान में रखते हुए, यह दिन रक्तदाताओं के अमूल्य योगदान के प्रति आभार जताने का एक उत्कृष्ट अवसर है।
बोकारो में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन
इस खास मौके पर बोकारो जेनरल अस्पताल (BGH) के ब्लड बैंक में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम सहयोग ट्रस्ट द्वारा एक स्वैच्छिक रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। शिविर का उद्घाटन प्रभारी मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. बी.बी. करुणामय ने किया। इस दौरान कुल 20 यूनिट रक्त का संग्रह किया गया।
रक्तदान से जुड़ी जागरूकता पर जोर
शिविर का उद्देश्य सिर्फ रक्त एकत्र करना नहीं था, बल्कि आमजन के बीच यह संदेश फैलाना था कि रक्तदान जीवन बचाता है। बीजीएच के एडिशनल मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुरेंद्र कुमार ने बताया:
“रक्तदान से दिल की सेहत सुधरती है और हार्ट अटैक व स्ट्रोक का खतरा कम होता है। 18 से 60 वर्ष का कोई भी स्वस्थ व्यक्ति साल में तीन बार रक्तदान कर सकता है।”
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि रक्तदान से शरीर को कोई हानि नहीं होती, बल्कि यह एक सेहतमंद अभ्यास है।
स्वास्थ्यकर्मी और संगठनों की रही महत्वपूर्ण भूमिका
शिविर में ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. सुरेंद्र कुमार, झारखंड सरकार की काउंसलर कविता कुमार, और सहयोगी रंजिता एक्का, विनीता विभूतिका, मनीष और कौशल की सराहनीय भागीदारी रही। सभी ने मिलकर आयोजन को सफल बनाने में अहम योगदान दिया।