जनता दरबार में दिखाई उपायुक्त रवि आनंद की संवेदनशीलता, फरियादी हुए संतुष्ट
जामताड़ा: जिला उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी रवि आनंद के द्वारा कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित जनता दरबार में जिले के कोने-कोने से आए 30 से अधिक फरियादियों ने अपनी विभिन्न समस्याओं को रखा। उपायुक्त ने सभी शिकायतों को गंभीरता से सुनते हुए संबंधित विभागों को त्वरित निष्पादन के निर्देश दिए।
वर्षों से लंबित पेंशन मामले हुए स्वीकृत
जनता दरबार में दो विशेष मामले चर्चा का केंद्र बने —
एक दिव्यांग व्यक्ति, जो पिछले 6 वर्षों से पेंशन के लिए कार्यालयों के चक्कर काट रहे थे।
एक बुजुर्ग, जो तीन-चार वर्षों से पेंशन की राह देख रहे थे।
उपायुक्त ने मौके पर ही सामाजिक सुरक्षा विभाग के कर्मी को बुलाकर दोनों मामलों की जांच करवाई और 1 घंटे के अंदर पेंशन स्वीकृत करवाया। फरियादियों ने आभार जताते हुए कहा कि “यहां तो डेढ़ घंटे में ही समस्या सॉल्व हो गई।”
मौके पर लिए गए त्वरित फैसले
एक महिला फरियादी ने रोते हुए बताया कि पति की मृत्यु के डेढ़ साल बाद भी न पेंशन मिली, न अनुकंपा नियुक्ति। उपायुक्त ने मौके पर ही संबंधित कर्मी को निर्देश देकर समाधान की प्रक्रिया शुरू करवाई।
एक फरियादी ने मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना में आवेदन के बाद कार्रवाई नहीं होने की शिकायत की। उपायुक्त ने संबंधित अधिकारी से तत्काल स्थिति स्पष्ट कराई।
एक दुर्घटना पीड़िता महिला को मुआवजे में देरी की शिकायत पर अधिकारियों को जल्द भुगतान का निर्देश दिया गया।
अत्यधिक बिजली बिल, ट्रांसफॉर्मर लगाने के नाम पर रिश्वत, और रिकॉर्ड रूम से दस्तावेज की देरी जैसे मुद्दों पर भी उपायुक्त ने सख्ती से एक्शन लिया।
भावुकता और संवेदनशीलता के साथ समस्याओं का निदान
उपायुक्त ने प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) को फोन कर एक दयनीय स्थिति में रह रहे परिवार को आवास आवंटित करने और मकान क्षतिपूर्ति की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश भी दिया।
जनता दरबार में मिली समस्याओं की विस्तृत श्रेणी
मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना
प्रधानमंत्री आवास योजना
पेंशन और अनुकंपा नियुक्ति
मईया सम्मान योजना
स्पॉन्सरशिप योजना
भूमि विवाद और भू-अर्जन मुआवजा
जनता दरबार: प्रत्येक मंगलवार और शुक्रवार को आयोजित
उपायुक्त ने बताया कि प्रत्येक सप्ताह मंगलवार और शुक्रवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक जनता दरबार आयोजित किया जाता है। उन्होंने आमजनों से अधिक से अधिक संख्या में आकर अपनी समस्याएं रखने की अपील की, ताकि समाधान शीघ्रता से सुनिश्चित किया जा सके।
📌 निष्कर्ष:
जामताड़ा जिला प्रशासन की इस पहल ने प्रशासनिक संवेदनशीलता और जवाबदेही का उदाहरण प्रस्तुत किया है। उपायुक्त रवि आनंद की त्वरित कार्रवाई और फरियादियों के प्रति सकारात्मक रवैया जिले में जन-विश्वास को मज़बूत कर रहा है।







