आज़ाद हिंद एक्सप्रेस में इलाज के अभाव में यात्री की मौत, टीटीई पर लापरवाही का आरोप
चक्रधरपुर/चाईबासा: आज़ाद हिंद एक्सप्रेस (12129) में इलाज न मिलने से एक यात्री की मौत हो गई। नागपुर से हावड़ा जा रही इस ट्रेन में प्रमोद एकनाथ गावंडे नामक यात्री ने चलती ट्रेन में दम तोड़ दिया। वह अपनी पत्नी और 9 वर्षीय बेटी के साथ यात्रा कर रहे थे। अचानक तबीयत बिगड़ने पर प्रमोद बेचैन हो उठे, पसीना, घबराहट और मल-मूत्र त्याग की स्थिति में उन्होंने मेडिकल मदद मांगी।
पत्नी सीमा गावंडे ने बार-बार ट्रेन के टीटीई से सहायता की गुहार लगाई, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। आरोप है कि टीटीई ने न प्राथमिक इलाज कराया, न ही अगली स्टेशन पर मदद उपलब्ध कराई। नतीजतन प्रमोद की हालत बिगड़ती गई और उन्होंने बेटी के सामने तड़पते हुए जान गंवा दी।
ट्रेन के चक्रधरपुर स्टेशन पहुंचने पर शव को रेलवे अस्पताल ले जाया गया, जहां मृत घोषित किया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। चक्रधरपुर जीआरपी ने जांच शुरू कर दी है।
मृतक की पत्नी का कहना है कि राउरकेला के पास से ही हालत बिगड़ रही थी, लेकिन मदद नहीं मिली। यह घटना रेलवे की संवेदनहीनता और चिकित्सा सुविधाओं की कमी को उजागर करती है।
रेल यात्री अब सवाल उठा रहे हैं—टीटीई ने मदद क्यों नहीं की? ट्रेन में प्राथमिक चिकित्सा क्यों नहीं मिली? क्या रेल यात्रा अब जानलेवा बन चुकी है?