श्याम सुंदर जैन के निधन पर जैन मिलन ने जताया शोक, गरगा घाट पर हुआ अंतिम संस्कार
बोकारो: जैन समाज के लिए अपूरणीय क्षति
बोकारो स्टील सिटी के वरिष्ठ समाजसेवी, जैन मिलन के पूर्व सचिव और दिगंबर जैन समाज से जुड़े श्री श्याम सुंदर जैन के निधन की खबर से पूरे समाज में शोक की लहर दौड़ गई। उनका अंतिम संस्कार आज गरगा नदी घाट पर जैन रीति-रिवाजों के अनुसार किया गया।
वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और इलाज के क्रम में कोलकाता में उनका निधन हो गया। स्व. जैन न केवल धार्मिक एवं आध्यात्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति थे, बल्कि उनका समाज एवं व्यापार जगत में भी विशेष योगदान रहा।
सम्मानित व्यवसायी और समाजसेवी
श्याम सुंदर जैन, नीलकमल होटल के संचालक थे और उनकी कर्मठता, ईमानदारी व मधुर व्यवहार के कारण वे बोकारो के प्रतिष्ठित व्यवसायियों में गिने जाते थे।
जैन मिलन के अध्यक्ष संजय बैद ने शोक जताते हुए कहा,
“श्याम सुंदर जैन का निधन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।”
वहीं जैन मिलन के सचिव आलोक जैन ने कहा,
“सेक्टर-2 स्थित जैन मंदिर के निर्माण में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। समाज हमेशा उनके कार्यों को स्मरण रखेगा।”
अंतिम संस्कार में उमड़ा जनसैलाब
श्याम सुंदर जैन के पुत्र पीयूष जैन ने उन्हें मुखाग्नि दी। उनके अंतिम संस्कार में बोकारो के समाजसेवी, व्यवसायी, व राजनीतिक हस्तियों की उपस्थिति भावुक करने वाली रही।
गरगा घाट पर मौजूद प्रमुख लोगों में रिषभ जैन, डॉ महेंद्र जैन, कमल जैन, प्रदीप बैसाखिया, संजय जैन, विनोद चोपड़ा, मनीष जैन, सुभाष जैन, पूर्व विधायक बिरंची नारायण सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।
परिवार में शोक की छाया
वे अपने पीछे पत्नी, पुत्र, पुत्रवधू, दो पुत्रियां, पौत्र सहित भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके जाने से समाज, व्यवसाय और धार्मिक क्षेत्र में एक सशक्त नेतृत्व की कमी महसूस की जाएगी।