🚨 झारखंड-बिहार में ईडी की बड़ी कार्रवाई, 17 ठिकानों पर छापेमारी | मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कई दस्तावेज जब्त
बोकारो/पटना/रांची, 23 अप्रैल:
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक हाई-प्रोफाइल मामले में मंगलवार को झारखंड, बिहार और पश्चिम बंगाल के कुल 17 ठिकानों पर एक साथ छापेमारी कर बड़ा एक्शन लिया है। यह कार्रवाई बोकारो जिले के तेतुलिया मौजा की 103 एकड़ संरक्षित वन भूमि की धोखाधड़ी और अवैध बिक्री से जुड़ी है।
ईडी की यह कार्रवाई अब तक की सबसे बड़ी समन्वित रेड में से एक मानी जा रही है, जिसमें कई डिजिटल डिवाइसेस, मोबाइल फोन, लैपटॉप और अहम दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
📍 छापेमारी के मुख्य ठिकाने
बोकारो: चास अंचल कार्यालय, डीएफओ कार्यालय, पूर्व सीओ निर्मल टोप्पो, वर्तमान धनबाद डीटीओ दिवाकर चंद्र द्विवेदी के ठिकाने
रांची: हरिओम टावर स्थित राजबीर कंस्ट्रक्शन ऑफिस
बिहार: बांका जिले के बौंसी बाजार स्थित विमल अग्रवाल का आवास
पश्चिम बंगाल: पुरुलिया स्थित रजिस्ट्रार ऑफिस
अन्य: हीरापुर हटिया में रजिस्ट्रार रामेश्वर सिंह का सरकारी आवास, आरोपी इजहार हुसैन और अख्तर हुसैन के उकरीद स्थित घर,
किशोर किस्कू (उमायुष मल्टीकॉम प्राइवेट लिमिटेड) का बोकारो स्थित आवास, और कंपनी एमडी आयुष सिंह के पटना स्थित आवास
🔍 पिछली कार्रवाई से जुड़ाव
यह मामला रांची के कांके स्थित चामा मौजा भूमि घोटाले से भी जुड़ा हुआ बताया जा रहा है, जिसमें अक्टूबर 2024 में ईडी ने कार्रवाई की थी। विमल अग्रवाल के खिलाफ जीएसटी अनियमितता के तहत भी पहले छापेमारी हो चुकी है।
💬 फिलहाल क्या स्थिति है?
समाचार लिखे जाने तक ईडी की टीमों की छापेमारी लगातार जारी है, और इस मामले से जुड़े और भी नाम सामने आने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार, जमीन की अवैध रजिस्ट्री और सरकारी पदाधिकारियों की मिलीभगत की जांच भी तेजी से की जा रही है।