डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी पुण्यतिथि पर सांसद ने किया स्मरण
धनबाद:भारत के महान राष्ट्रवादी नेता, भारतीय जनसंघ के संस्थापक और प्रथम वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि एवं बलिदान दिवस के अवसर पर आज धनबाद के सांसद श्री ढूलू महतो ने अपने आवासीय कार्यालय चिटाहीं में भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
सांसद महोदय ने डॉ. मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए और उनके राष्ट्रहित में किए गए अतुलनीय योगदान को स्मरण किया।
डॉ. मुखर्जी थे एक राष्ट्र, एक संविधान के प्रबल समर्थक
सांसद श्री महतो ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उन्होंने “एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान नहीं चलेंगे” का मंत्र दिया, जो आज भी भारतीय जनमानस को प्रेरणा देता है।
डॉ. मुखर्जी ने 1953 में धारा 370 के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया और बिना अनुमति जम्मू-कश्मीर में प्रवेश किया, जिसके कारण उन्हें गिरफ्तार किया गया और 23 जून 1953 को रहस्यमय परिस्थितियों में उनका बलिदान हुआ।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में साकार हुआ उनका संकल्प
सांसद ढूलू महतो ने कहा कि डॉ. मुखर्जी के द्वारा बोया गया राष्ट्रवाद का बीज दशकों बाद 2019 में पूर्ण हुआ, जब मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाकर ऐतिहासिक निर्णय लिया।
डॉ. मुखर्जी का बलिदान केवल एक व्यक्ति की कुर्बानी नहीं, बल्कि एक विचारधारा की नींव थी, जो आज भारत के गौरव का आधार बन चुकी है।
अंत में सांसद ने डॉ. मुखर्जी के दिखाए मार्ग पर चलने और राष्ट्रहित में कार्य करने का संकल्प भी दोहराया।