भारतमाला एक्सप्रेसवे निर्माण से प्रभावित गांवों के किसानों को दी जाएगी फसल सुरक्षा की जानकारी
कैमूर, बिहार: जिला कृषि पदाधिकारी, कैमूर की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें प्रखंड कृषि पदाधिकारी, कृषि समन्वयक, तकनीकी प्रबंधक, किसान सलाहकार और संबंधित प्रखंडों के कर्मी शामिल हुए।
बैठक का मुख्य उद्देश्य भारतमाला परियोजना के अंतर्गत वाराणसी–रांची–कोलकाता ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे निर्माण से प्रभावित क्षेत्रों के किसानों को कृषि योजनाओं, फसल सुरक्षा और संभावित कृषि नुकसान से संबंधित जानकारी देना था।
लिए गए प्रमुख निर्णय
फसल रोपण से परहेज का सुझाव:
भभुआ, भगवानपुर, रामपुर, चैनपुर और चांद प्रखंड के किसानों को आगामी खरीफ सीजन में धान या अन्य फसल न लगाने की सलाह दी गई है। इसके लिए संबंधित कृषि कर्मियों को प्रचार-प्रसार तेज करने का निर्देश दिया गया है।जागरूकता अभियान:
कृषि समन्वयक और किसान सलाहकार घर-घर जाकर किसानों को सूचित करेंगे।
Geo Tag फोटो और प्रचार सामग्री WhatsApp समूहों के माध्यम से साझा की जाएगी।
पोस्टर, बैनर और सूचना पट्टियों के माध्यम से गांवों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
विधिक कार्रवाई का संकेत:
जो किसान भारतमाला परियोजना के तय एलाइनमेंट क्षेत्र में खेती करने का प्रयास करेंगे, उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पदाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश
जिला कृषि पदाधिकारी ने बैठक के दौरान सभी कृषि कर्मियों को निर्देशित किया कि वे परियोजना से प्रभावित किसानों के हित में समर्पण भाव से कार्य करें। किसानों को कृषि क्षति से बचाने के लिए योजनाबद्ध ढंग से काम करना अनिवार्य बताया गया।
निष्कर्ष:
भारतमाला परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण और निर्माण कार्यों से प्रभावित किसानों की कृषि और आजीविका को संरक्षित करने के उद्देश्य से यह बैठक एक महत्वपूर्ण कदम रही। जिला प्रशासन की यह पहल किसानों की जागरूकता और भविष्य की कृषि योजना के लिए लाभकारी सिद्ध होगी।








