झामुमो ने जाति जनगणना का किया विरोध, 9 मई को जिला मुख्यालय में प्रदर्शन
बोकारो:केंद्र सरकार द्वारा पूरे देश में जाति जनगणना कराने के फैसले का अधिकतर राजनीतिक दलों ने स्वागत किया है, लेकिन झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने इसका विरोध शुरू कर दिया है। झामुमो का कहना है कि सरना और आदिवासी धर्म कोड को जनगणना कॉलम में शामिल किए बिना यह प्रक्रिया आदिवासी समाज के साथ धोखा है।
इस मुद्दे को लेकर झामुमो ने 9 मई को सभी जिला मुख्यालयों में प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपने की घोषणा की है। पार्टी नेताओं का कहना है कि जब तक सरना धर्म कोड को मान्यता नहीं मिलती, झारखंड में जाति जनगणना का विरोध जारी रहेगा।
हेमंत सोरेन सरकार ने पहले ही कैबिनेट और विधानसभा से सरना धर्म कोड पास कराकर राजभवन भेजा था, लेकिन केंद्र सरकार ने इसे अब तक मंजूरी नहीं दी है। इसी को लेकर झामुमो का आक्रोश भड़क गया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि सरना धर्म कोड के बिना जाति जनगणना आदिवासी पहचान के अस्तित्व पर चोट है।
झामुमो प्रवक्ताओं ने दोहराया कि पार्टी देशभर में आदिवासी अधिकारों की लड़ाई लड़ती रही है और आगे भी लड़ती रहेगी। सरना कोड की मान्यता के बिना कोई भी जनगणना आधूरी और पक्षपाती मानी जाएगी।