महिला मुखियाओं को उपायुक्त ने दिया नेतृत्व का मंत्र, बेटियों की शिक्षा और पंचायत विकास पर जोर
बोकारो: बोकारो जिले में महिला पंचायत प्रतिनिधियों के लिए आयोजित एक जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यशाला में उपायुक्त अजय नाथ झा ने महिला मुखियाओं को नेतृत्व, निर्णय क्षमता और सामाजिक परिवर्तन का वाहक बनने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “आप पंचायत की प्रथम नागरिक हैं और आपकी समझदारी ही गांव के विकास की दिशा तय करेगी।”
उपायुक्त ने यह भी कहा कि समाज में व्याप्त लैंगिक भेदभाव की सोच को बदलने के लिए महिला जनप्रतिनिधियों को लगातार प्रयास करना होगा। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वे अपने आत्मबल को मजबूत करें और अन्य महिलाओं को भी सशक्त बनने की प्रेरणा दें।
गांव की महिलाओं को नेतृत्व के लिए करें प्रेरित
उपायुक्त ने कहा कि जनप्रतिनिधि बनना केवल एक पद नहीं, बल्कि एक गंभीर जिम्मेदारी है। महिला मुखियाओं को चाहिए कि वे:
अन्य महिलाओं को भी पंचायत योजनाओं में सक्रिय भागीदार बनाएं
समाज में यह संदेश दें कि महिला कोई अबला नहीं, बल्कि वह नेतृत्व की क्षमता रखती है
निर्णय लेते समय भावनाओं की बजाय सही दिशा को चुनें
उन्होंने कहा कि महिला नेतृत्व में संवेदनशीलता होती है, जो पूरे गांव को एक नई दिशा दे सकती है।
बेटियों के जन्म को बनाएं उत्सव, शिक्षा को दें प्राथमिकता
प्रशिक्षण सत्र के दौरान उपायुक्त ने महिला मुखियाओं को बेटियों के जन्म को समाज में उत्सव की तरह मनाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर इस सोच की शुरुआत महिला प्रतिनिधियों से होनी चाहिए, जिससे समाज की मानसिकता बदले।
साथ ही सभी महिला मुखियाओं को बेटियों की शिक्षा पर जोर देते हुए यह संकल्प दिलवाया गया कि:
वे हर बेटी को स्कूल भेजने हेतु व्यक्तिगत प्रयास करें
विद्यालय में बेटियों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करें
महिला नेतृत्व राज्य सरकार की प्राथमिकता: जिला पंचायती राज पदाधिकारी
जिला पंचायती राज पदाधिकारी मो. सफीक आलम ने बताया कि राज्य सरकार महिला मुखियाओं को नीति निर्माण में निर्णायक भूमिका देने हेतु प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य से महिला मुखियाओं के लिए लगातार प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिससे वे:
पंचायत योजनाओं को बेहतर समझें
पारदर्शिता से उनका क्रियान्वयन करें
उन्होंने यह भी बताया कि 21 जुलाई 2025 से हजारीबाग में तीन दिवसीय प्रशिक्षण शुरू होगा, जिसमें सभी निर्वाचित महिला मुखिया भाग लेंगी। जिले की 5 महिला मुखियाओं को मास्टर ट्रेनर के रूप में चुना गया है।
व्यवहारिक मार्गदर्शन भी मिला मुखियाओं को
प्रशिक्षण सत्र में कई विषयों पर व्यावहारिक जानकारी दी गई, जैसे:
योजना निर्माण और क्रियान्वयन
महिला और बाल सुरक्षा
पोषण, स्वास्थ्य, लेखा-जोखा
सरकारी योजनाओं में महिला सहभागिता
प्रमुख उपस्थितियां:
डा. सुमन गुप्ता (जिला समाज कल्याण पदाधिकारी), हेमलता बुन (जिला खेल पदाधिकारी), रश्मि किरण (पंचायती राज), निहारिका स्वीकृति, चंदना मिश्रा, कंचन देवी, बबीता कुमारी, दीपिका देवी (मास्टर ट्रेनर मुखिया)
निष्कर्ष:
इस प्रशिक्षण कार्यशाला के माध्यम से महिला मुखियाओं को न केवल योजनाओं की जानकारी दी गई, बल्कि उन्हें एक सशक्त, संवेदनशील और निर्णायक नेता बनने की प्रेरणा भी दी गई।
कार्यक्रम के अंत में सभी महिला प्रतिनिधियों ने यह संकल्प लिया कि वे अपने पंचायत को पारदर्शी, समावेशी और विकासोन्मुख बनाएंगी।








