नर्सिंग स्टाफ और प्रशिक्षु नर्सों के लिए एकदिवसीय सत्र आयोजित, स्वास्थ्य कर्मियों से जन-जागरूकता बढ़ाने की अपील
बोकारो : उपायुक्त अजय नाथ झा के निर्देशानुसार एवं सिविल सर्जन डॉ. अभय भूषण प्रसाद की अध्यक्षता में सदर अस्पताल सभागार में “नशा मुक्ति एवं मानसिक स्वास्थ्य” विषय पर एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बोकारो के विभिन्न नर्सिंग कॉलेजों से आए कर्मियों एवं प्रशिक्षु नर्सों ने भाग लिया।
🧠 मानसिक स्वास्थ्य के बिना शारीरिक स्वास्थ्य अधूरा: सिविल सर्जन
कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए सिविल सर्जन डॉ. अभय भूषण प्रसाद ने कहा:
“नशा मुक्ति और मानसिक स्वास्थ्य हमारे समाज के लिए सबसे बड़ी चुनौतियों में से हैं। जब तक मानसिक स्वास्थ्य मजबूत नहीं होगा, तब तक शारीरिक स्वास्थ्य भी पूर्ण नहीं हो सकता।”
उन्होंने कहा कि नशे की लत से लड़ना केवल चिकित्सा नहीं, एक सामाजिक जिम्मेदारी है, जिसमें स्वास्थ्यकर्मियों, शिक्षण संस्थानों और आम जनता की भूमिका अहम है।
👩⚕️ नर्सिंग स्टाफ की भूमिका को बताया अहम
सिविल सर्जन ने प्रशिक्षण में भाग ले रहे नर्सिंग स्टाफ और प्रशिक्षु नर्सों से आह्वान किया कि वे जन-जागरूकता अभियान का हिस्सा बनें और नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए समाज में सकारात्मक संदेश फैलाएं।
“हमें ऐसे संवेदनशील विषयों पर खुले मंच पर संवाद शुरू करना होगा, तभी समाज में बदलाव संभव है।” – डॉ. अभय भूषण प्रसाद
🔑 कार्यक्रम के उद्देश्य:
नशा मुक्ति के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना
मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना
हेल्थ स्टाफ को काउंसलिंग कौशल से लैस करना
समाज में संवेदनशील व्यवहार को बढ़ावा देना