बोकारो एयरपोर्ट झारखंड सरकार की विकास विरोधी सोच का शिकार: बिरंची नारायण
📍पूर्व विधायक ने प्रेस वार्ता कर राज्य सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
बोकारो, झारखंड: बोकारो एयरपोर्ट के संचालन में हो रही देरी को लेकर पूर्व विधायक बिरंची नारायण ने झारखंड सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह हवाई अड्डा राज्य सरकार की विकास विरोधी मानसिकता का शिकार बन चुका है। अपने आवासीय कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट का उद्घाटन अभी तक न होना सरकार की लापरवाही को दर्शाता है।
पूर्व विधायक ने बताया कि केंद्र सरकार अपनी जिम्मेदारी पूरी कर चुकी है, लेकिन राज्य सरकार द्वारा दमकल गाड़ियां, एंबुलेंस, पर्यावरण मंजूरी, टॉवर लाइट और बूचड़खाना हटाने जैसे काम अब तक नहीं किए गए हैं। उनका कहना है कि वर्तमान विधायक श्वेता सिंह को यह मुद्दा विधानसभा में उठाना चाहिए था, लेकिन वह इसे केवल केंद्र सरकार का मामला बता कर बच रही हैं।
🔍 “विकास की जगह वोट की राजनीति हो रही है”
बिरंची नारायण ने कहा कि झारखंड पुलिस ने एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए जवानों को ट्रेनिंग देकर तैनात भी कर दिया था, लेकिन उड़ान में देरी के कारण उन्हें दूसरी जगह भेज दिया गया। उन्होंने श्वेता सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि “एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि को भ्रम नहीं फैलाना चाहिए, बल्कि राज्य सरकार से जवाब मांगना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि जून के पहले सप्ताह में मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव से मिलकर एयरपोर्ट जल्द शुरू करने की मांग की जाएगी। यदि मांगें नहीं मानी गईं तो जन आंदोलन शुरू किया जाएगा।
🛫 बीएसएल हवाई अड्डा 50 वर्षों से मौजूद, पहली बार मिली उड़ान योजना की सौगात
बोकारो स्टील प्लांट (BSL) द्वारा संचालित यह एयरपोर्ट पिछले 50 वर्षों से मौजूद है, लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि ने इसे व्यावसायिक उड़ानों के लिए विकसित करने की दिशा में कार्य नहीं किया। मोदी सरकार की उड़ान योजना (UDAN Scheme) के तहत 2017 में इसका शिलान्यास किया गया, लेकिन राज्य सरकार की उदासीनता के चलते आज तक उड़ानें शुरू नहीं हो सकीं।







