बोकारो, झारखंड:
बोकारो स्टील सिटी के सेक्टर-2 में स्थित बोकारो हैंडीक्राफ्ट सेंटर आज ग्रामीण महिलाओं के लिए आत्मनिर्भरता और पारंपरिक कला के संवर्धन का एक सशक्त माध्यम बन चुका है। यह केंद्र बोकारो स्टील प्लांट की कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (CSR) के अंतर्गत संचालित किया जा रहा है, और इसके तहत “युक्ता” नामक ब्रांड के साथ एक रिटेल आउटलेट की शुरुआत की गई है।
यह आउटलेट सोमवार से शनिवार, प्रातः 10:00 बजे से सायं 7:00 बजे तक खुला रहता है, जहां पर स्थानीय महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा बनाए गए आकर्षक और पर्यावरण-अनुकूल उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध है।
इको-फ्रेंडली और पारंपरिक उत्पादों की अनूठी पेशकश
आउटलेट में मिलने वाले उत्पाद बांस, जूट और जलकुंभी जैसी प्राकृतिक सामग्रियों से तैयार किए जाते हैं। यहां उपलब्ध वस्तुओं में गोल और चौकोर ट्रे, सजावटी फूल, हस्तनिर्मित चप्पलें, लैंप शेड्स, फर्नीचर और अन्य डेकोरेटिव आइटम्स शामिल हैं। ये सभी उत्पाद स्थानीय महिला कारीगरों की मेहनत और हुनर का परिणाम हैं, जिन्हें सीमित संसाधनों के बीच अपने कौशल को निखारने का अवसर प्राप्त हुआ है।
“युक्ता”: ग्रामीण महिलाओं की पहचान और ताकत
“युक्ता” ब्रांड की शुरुआत ग्रामीण महिलाओं को संगठित पहचान और बेहतर बाज़ार मुहैया कराने के उद्देश्य से की गई थी। इस पहल के माध्यम से अब तक 600 से अधिक महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा चुका है, जिनमें से कई महिलाएं अपने गांवों में निर्माण कार्य कर रही हैं और कुछ फिनिशिंग के लिए केंद्र में योगदान दे रही हैं।
भविष्य की योजनाएं और विस्तार
हस्तशिल्प केंद्र आने वाले समय में उत्पाद डिज़ाइन की रेंज बढ़ाने, फेस्टिव कलेक्शन (जैसे दीपावली और छठ के लिए) तैयार करने और स्कूल/कॉलेज छात्रों के लिए क्राफ्ट वर्कशॉप आयोजित करने की योजना बना रहा है।
स्थानीय हस्तकला को समर्थन दें, महिलाओं को सशक्त बनाएं
“युक्ता” ब्रांड और बोकारो हैंडीक्राफ्ट सेंटर की यह पहल न सिर्फ ग्रामीण प्रतिभा को पहचान दिला रही है, बल्कि महिला सशक्तिकरण को भी एक नई दिशा दे रही है।
आइए, इस सामाजिक आंदोलन का हिस्सा बनें — “युक्ता” को अपनाएं, स्थानीय हस्तशिल्प को बढ़ावा दें और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहयोग करें।
