📰 “ऑपरेशन डाकाबेड़ा” में बड़ी सफलता: मुठभेड़ में शीर्ष माओवादी कमांडर ढेर, महिला नक्सली ने किया आत्मसमर्पण
बोकारो।
झारखंड पुलिस को नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता हाथ लगी है। महानिदेशक एवं पुलिस महानिरीक्षक, झारखंड के निर्देश पर बोकारो पुलिस द्वारा चलाए गए “ऑपरेशन डाकाबेड़ा” के तहत लूगु पहाड़ इलाके में सुरक्षा बलों और माओवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई। इस संयुक्त अभियान में 209 कोबरा बटालियन, बोकारो पुलिस, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम शामिल रही।
🔴 मुठभेड़ में मारे गए 8 नक्सली, शीर्ष कमांडर प्रयाग मांझी भी ढेर
दिनांक 21 अप्रैल 2025 को हुए इस मुठभेड़ में भाकपा (माओवादी) के केंद्रीय कमेटी सदस्य प्रयाग मांझी उर्फ विवेक के दस्ते से आमना-सामना हुआ। गोलीबारी में कुल 8 नक्सली मारे गए, जिनमें प्रयाग मांझी भी शामिल था। मौके से भारी मात्रा में हथियार, गोलियां व नक्सली सामग्री बरामद की गई है।
🧍♀️ महिला नक्सली सुनिता मुर्मू ने किया आत्मसमर्पण
मुठभेड़ के बाद बने दबाव और झारखंड सरकार की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर सुनिता मुर्मू उर्फ लीलमुनी मुर्मू नामक महिला नक्सली ने आज 28 अप्रैल 2025 को आत्मसमर्पण कर दिया। उसने पुलिस अधीक्षक बोकारो, सीआरपीएफ 154 बटालियन के कमांडेंट, अपर समाहर्ता बोकारो तथा अन्य अधिकारियों के समक्ष पुलिस अधीक्षक कार्यालय, बोकारो में आत्मसमर्पण किया।
सुनिता मुर्मू दुमका जिले के शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के अमरपानी गांव की निवासी है और उसकी उम्र 22 वर्ष है। उसने यह भी स्वीकार किया कि वह गिरिडीह जेल में तीन वर्षों तक न्यायिक हिरासत में रह चुकी है और हालिया लूगु पहाड़ मुठभेड़ में भी सक्रिय थी।
📂 दर्ज आपराधिक मामले:
महुआटांड थाना कांड संख्या 15/25 – आर्म्स एक्ट और यूएपीए के तहत
खुखरा थाना कांड संख्या 09/18 – गंभीर आपराधिक धाराएं
🚨 बोकारो पुलिस का बयान:
बोकारो पुलिस ने इसे नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी कामयाबी करार दिया है और आने वाले दिनों में अभियान को और तेज़ करने की बात कही है।