उपायुक्त और उप विकास आयुक्त का अचानक निरीक्षण
मंगलवार को उपायुक्त अजय नाथ झा और उप विकास आयुक्त (डीडीसी) शताब्दी मजूमदार ने जिला ग्रामीण विकास अभिकरण (डीआरडीए) कार्यालय का औचक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान दोनों पदाधिकारियों ने विभिन्न शाखाओं में रखे गए दस्तावेज़ों, अभिलेखों और फाइलों की स्थिति की समीक्षा की।
📂 फाइलों के रख-रखाव को लेकर दिए निर्देश
निरीक्षण के क्रम में डीसी-डीडीसी ने कार्यालयों में फाइलों और दस्तावेज़ों के उचित रख-रखाव पर जोर दिया।
उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी विभागीय फाइलों और अभिलेखों को नई लाल कपड़े में बांधकर सुव्यवस्थित तरीके से सुरक्षित रखा जाए, ताकि अभिलेखों की सुरक्षा और खोज में सुगमता बनी रहे।
“रिकॉर्ड प्रबंधन किसी भी कार्यालय की प्रशासनिक दक्षता की पहचान है।”
— उपायुक्त अजय नाथ झा
📑 साफ-सुथरे और अद्यतन रिकॉर्ड पर बल
दोनों पदाधिकारियों ने कहा कि सभी कर्मी यह सुनिश्चित करें कि दस्तावेज़ साफ-सुथरे, श्रेणीवार और अद्यतन रूप में उपलब्ध रहें।
उन्होंने मौके पर ही अपर समाहर्ता-सह-विशेष कार्य पदाधिकारी मो. मुमताज अंसारी को निर्देश दिया कि इस बाबत सभी कार्यालय प्रधानों को पत्र जारी कर आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें।
🔍 प्रशासनिक पारदर्शिता और दक्षता पर फोकस
निरीक्षण का उद्देश्य सरकारी कार्यालयों में रिकॉर्ड प्रबंधन, पारदर्शिता और कार्य दक्षता को सुदृढ़ बनाना था।
उपायुक्त ने कहा कि प्रत्येक सरकारी कार्यालय में रिकॉर्ड का सुव्यवस्थित रख-रखाव न केवल सिस्टम की पारदर्शिता को बढ़ाता है, बल्कि जनता के कार्यों में गति और विश्वसनीयता भी सुनिश्चित करता है।







