उपायुक्त ने जनता दरबार में दिया स्पष्ट संदेश: बुजुर्गों और महिलाओं की रक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता
बोकारो, 04 जुलाई 2025:
समाहरणालय स्थित कार्यालय कक्ष में आयोजित जनता दरबार में शुक्रवार को कई संवेदनशील मामलों की सुनवाई हुई। जोधाडीह मोड़ निवासी बुजुर्ग गायत्री देवी ने अपने ही बेटे द्वारा प्रताड़ना की बात कही, वहीं चास की एक महिला ने पति और ससुरालवालों द्वारा उसे और बच्चों को छोड़ दिए जाने की पीड़ा साझा की।
इन मामलों पर उपायुक्त अजय नाथ झा ने गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, “यह अत्यंत दुखद है कि मां को उसके ही बच्चे प्रताड़ित करें, या पति पत्नी-बच्चों को बेसहारा छोड़ दे। यह सामाजिक असंवेदनशीलता का संकेत है।”
समाज को सीखनी होगी संवेदनशीलता: उपायुक्त
उपायुक्त ने कहा कि बुजुर्गों का सम्मान, महिलाओं की सुरक्षा और वंचितों का संरक्षण केवल प्रशासन की नहीं, बल्कि समाज की भी जिम्मेदारी है। उन्होंने अभिभावकों, शिक्षकों, जनप्रतिनिधियों व धार्मिक संगठनों से अपील की कि वे करुणा और पारिवारिक मूल्यों के प्रचार-प्रसार में भाग लें।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि संबंधित मामलों में अपर नगर आयुक्त, थाना प्रभारी और जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी समन्वय कर तत्काल कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करें।
अवैध कब्जा मामलों पर ‘जीरो टोलरेंस’ नीति
जनता दरबार में एक अन्य बुजुर्ग ने अपनी भूमि पर कब्जा की शिकायत दर्ज कराई। इस पर उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि बुजुर्गों की संपत्ति की रक्षा प्रशासन की प्राथमिकता है और इस दिशा में ‘जीरो टोलरेंस’ नीति अपनाई जाएगी।
उन्होंने अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी को आदेश दिया कि अवैध कब्जाधारियों पर गुंडा एक्ट के तहत कार्रवाई करें।
भूमि विवाद रोकने के लिए हर अंचल में हेल्प सेंटर
जिले में बढ़ते भूमि विवादों को देखते हुए उपायुक्त ने प्रत्येक अंचल में हेल्प सेंटर खोलने की घोषणा की। यहां नागरिक रजिस्ट्रेशन से पूर्व भूमि की वैधता, स्वामित्व व प्रकृति की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। यह पहल 07 से 10 दिनों में शुरू की जाएगी और धोखाधड़ी, अतिक्रमण पर प्रभावी नियंत्रण होगा।
जनता दरबार: संवाद और समाधान का सेतु
उपायुक्त अजय नाथ झा ने कहा कि जनता दरबार सिर्फ शिकायतें सुनने का मंच नहीं, बल्कि सीधे संवाद और प्रशासन की जवाबदेही सुनिश्चित करने का माध्यम है। उन्होंने बताया कि समाहरणालय के अलावा प्रखंड और अंचल स्तर पर भी जनता दरबार आयोजित हो रहा है, ताकि लोगों को स्थानीय स्तर पर समाधान मिल सके।
04 दर्जन से अधिक मामलों की सुनवाई
जनता दरबार में उपायुक्त ने लगभग 48 फरियादियों की समस्याएं सुनीं, जिनमें भूमि विवाद, पेंशन, अतिक्रमण, घरेलू हिंसा, जन वितरण प्रणाली, तथा मुख्यमंत्री मइंया सम्मान योजना से संबंधित मुद्दे शामिल थे।
सामाजिक संगठनों ने की शिष्टाचार भेंट
दरबार के बाद विभिन्न सामाजिक संगठनों व प्रतिनिधियों ने उपायुक्त से भेंट की और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। उपायुक्त ने भरोसा दिलाया कि सभी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा।
उपस्थित अधिकारी
मौके पर डीपीएलआर मेनका, अपर समाहर्ता मो. मुमताज अंसारी, जनसंपर्क पदाधिकारी रवि कुमार और सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार सिंह सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।