प्रशासनिक भ्रष्टाचार व मजदूर उत्पीड़न के खिलाफ उठी एकजुट आवाज
गिरिडीह: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने गुरुवार को तिसरी प्रखंड कार्यालय परिसर में एक दिवसीय जोरदार धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया। इस जनआंदोलन की अगुवाई भाकपा माले के प्रखंड सचिव कॉमरेड मुन्ना राणा ने की, जबकि मंच संचालन लालू राय ने संभाला। धरना स्थल पर बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता, ग्रामीण व मेहनतकश मजदूर मौजूद रहे।
प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन पर भ्रष्टाचार, मजदूरों के उत्पीड़न और विकास योजनाओं की अनदेखी के गंभीर आरोप लगाए। कॉमरेड मुन्ना राणा ने कहा, “प्रखंड और अंचल कार्यालय भ्रष्टाचार में डूबे हैं। बालू ढुलाई में लगे मजदूरों को झूठे मुकदमों में फँसाया जा रहा है, जबकि वही बालू सरकारी योजनाओं की रीढ़ है।”
मुख्य 13 सूत्रीय मांगें:
वर्षाकाल में बालू डंपिंग की व्यवस्था की जाए ताकि मजदूरों को रोजगार मिले।
दाखिल-खारिज व बंदोबस्ती कार्य हेतु विशेष शिविर लगाया जाए।
ज़मीन संबंधी सभी लंबित मामलों का शीघ्र निष्पादन हो।
तिसरी डिग्री कॉलेज का शीघ्र निर्माण एवं संचालन शुरू हो।
सभी भूमिहीनों को वन अधिकार पट्टा प्रदान किया जाए।
कमी कंपनी की अतिक्रमित जमीन को मुक्त कराया जाए।
ज़मीन की ऑनलाइन प्रक्रिया में पारदर्शिता लाई जाए।
रजिस्टर-II और रिटर्न की प्रतिलिपि निःशुल्क उपलब्ध कराई जाए।
प्रखंड कर्मियों को अपने हल्का क्षेत्र में निवास अनिवार्य किया जाए।
तिसरी पीएचसी में महिला चिकित्सक की नियुक्ति एवं स्थायी एंबुलेंस की व्यवस्था हो।
राशन वितरण में पारदर्शिता एवं गरीबों को पूरा अनाज सुनिश्चित किया जाए।
मनरेगा मजदूरों को समय पर भुगतान और नियमित कार्य उपलब्ध कराया जाए।
बालू ढुलाई में लगे मजदूरों और चालकों को झूठे मुकदमों में न फँसाया जाए।
धरना को जयनारायण यादव, चेतलाल राय, रामजीत मुर्मू, राजू साव, बलेश्वर यादव व राजकुमार यादव समेत कई नेताओं ने संबोधित किया। सभी ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि मांगें जल्द नहीं मानी गईं, तो यह जन आंदोलन और अधिक उग्र रूप लेगा।