गुमला के घाघरा में डायन-बिसाही के शक में महिला समेत परिवार पर जानलेवा हमला, FIR दर्ज
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गुमला, 18 मई 2025 — झारखंड के गुमला जिले में अंधविश्वास की जड़ें अब भी इतनी मजबूत हैं कि डायन-बिसाही के शक में लोगों की जान लेना आम बात होती जा रही है। ताज़ा मामला घाघरा थाना क्षेत्र के सेहल बरांग गांव का है, जहां लक्ष्मी देवी (60 वर्ष), उनके पति पीयर महतो (65 वर्ष) और पुत्र सकलदीप महतो (35 वर्ष) पर गांव के ही कुछ लोगों ने जानलेवा हमला किया।
हमले में तीनों गंभीर रूप से घायल हो गए हैं और उन्हें घाघरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
🗡️ डॉक्टर से इलाज कराने के बजाय लगाया डायन-बिसाही का आरोप
पीड़िता लक्ष्मी देवी ने बताया कि गांव के सिकंदर महतो का बेटा अक्सर बीमार रहता है। बीमारी की चिकित्सा करवाने के बजाय वह लगातार लक्ष्मी देवी पर डायन-बिसाही का आरोप लगाता रहा है।
बीती रात जब उनका परिवार रात का भोजन कर सोने की तैयारी कर रहा था, तभी सिकंदर महतो और अन्य लोग लाठी, डंडा, तलवार और चाकू लेकर उनके घर पहुंचे और अचानक हमला कर दिया।
🧍♂️ बचाने आए पति और बेटे पर भी हमला
जब पीयर महतो और सकलदीप महतो लक्ष्मी देवी को बचाने पहुंचे, तो उन पर भी हमला किया गया। तीनों जमीन पर गिर पड़े और गंभीर रूप से घायल हो गए। गांववालों की मदद से उनकी जान बचाई जा सकी।
🚓 FIR दर्ज, पुलिस जांच में जुटी
घाघरा थानेदार पुनीत मिंज ने बताया कि पीड़ित परिवार की ओर से आवेदन प्राप्त हुआ है और एफआईआर दर्ज कर ली गई है। उन्होंने कहा कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा और मामले की जांच तेजी से की जा रही है।
🚨 डायन कुप्रथा पर सवाल
यह घटना एक बार फिर दर्शाती है कि झारखंड के कई ग्रामीण इलाकों में डायन प्रथा और अंधविश्वास अब भी लोगों की सोच पर हावी है। सामाजिक जागरूकता अभियानों के बावजूद ऐसी हिंसात्मक घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं।