बोकारो: डीपीएस बोकारो के विद्यार्थियों ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि वे न केवल विज्ञान, गणित और भाषा जैसे विषयों में निपुण हैं, बल्कि देवभाषा संस्कृत में भी उनका ज्ञान प्रशंसनीय है। इंटरनेशनल ओलंपियाड फाउंडेशन (IOF) द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय संस्कृत ओलंपियाड 2024-25 में विद्यालय के 112 छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
🌟 इंटरनेशनल टॉपर्स की सूची:
शताक्षी सिंह
अक्षरा सिंह
सृष्टि कनक
ट्यूलिप सौम्या
ऋषिता कुमार
संस्कृति सिंह
कुणाल आनंद
इसके अतिरिक्त, सात्विक रूपम द्विवेदी ने जोनल टॉपर की उपाधि प्राप्त की।
🥇 स्वर्ण पुरस्कार विजेता (40 छात्र):
समृद्धि प्रिया, आरव बारिक, अदिरा दीप, कुंवर शौर्य, तनुष मार्डी, आराध्या सिंह, अक्षिता आर्या, आरुष कुमार सिन्हा, आशीष, अवनी प्रियदर्शी, आइवी दास, काव्या, प्रज्ञान बनर्जी, ऋध्वि, शारदा नंदिनी, श्रेयस निखिल, स्पर्श सेठी, वंश राज वेद, यशस्वी पार्थ, आयुष कुमार, अभिनव मंडल, अर्पित श्रीकृष्णा, अतुल्य रंजन रॉय, आयुष सिंह, एकलव्य मिश्रा, कुशाग्र राज, ओम प्रकाश पात्रा, पहल लता, पलक प्रिया, ऋषभ राज, ऋषित ओम, रौनक राज, साहिल कुमार यादव, सौमिली मंडल, सृष्टि गोराईं, अक्षत सिंह, अनिमेष आनंद, जय सात्विक मेदिरेड्डी, श्रेयस शेखर, विद्या स्मृति।
🥈 रजत पुरस्कार विजेता (44 छात्र):
सजग सूर्यांश पांडेय, आद्विक, आद्या सिंह, अभिज्ञान, अभिनव भास्कर, मेघा राज, नौशीन कुरैशी, संस्कृति, सरित चक्रवर्ती, शौर्य शांडिल्य, श्रेयांश नयन, ट्विंकल सिन्हा, वेदांत अग्रवाल, अमित दत्ता, प्रियदर्शिनी रक्षित, त्रिदास रंजन, अभिनव कुमार, अदिति, अंशुली आर्या, अनुष्का, आर्यमन आशीष, अथर्व केडिया, आयुष नारायण, गर्वित श्रीवास्तव, काव्या मिश्रा, मोक्ष नारायण, रमण चतुर्वेदी, श्लोक आनंद, श्रेया मानसी, सिया सिन्हा, उत्तरा सिंह, आस्था सिंह, अक्षन्या सेजल, आर्यना रॉय, आयुष ओम दास, ध्रुव लोधा, दिव्य दर्शिल, मीनाक्षी तनु, रिया कुमारी, रूही, शांभवी सिंह, स्वरा सुशील कोहाडे, उर्षिता सोनी, विष्णु श्री प्रिया।
🥉 कांस्य पुरस्कार विजेता (20 छात्र):
अभिनव बराल, अर्णव प्रताप राघव, अश्विता पांडेय, चंचल नीत, कृतिकेश कुमार मिश्रा, नमित गर्ग, शान्वी अग्रवाल, शिवांश प्रधान, प्रतीक राज, उत्कर्ष राज, यशस्वी रोशन, अन्वेषा सिंह, आर्यावीर सम्राट, नेत्रांजन राय, पीयूष मल्लिक, श्रेया दीप, निशांत कुमार, सक्षम, सौम्या, सुहाना शर्मा।
🏫 विद्यालय में सम्मान समारोह का आयोजन
मंगलवार को आयोजित स्पेशल एसेंबली में प्राचार्य डॉ. ए. एस. गंगवार ने सभी विजेताओं को ट्रॉफी, मेडल, बैज व प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने छात्रों को बधाई देते हुए कहा:
“संस्कृत समस्त भाषाओं की जननी है। इसकी वैज्ञानिकता और सांस्कृतिक महत्व को समझना आवश्यक है। विद्यार्थियों ने इसे सिद्ध कर दिखाया है।“
📢 निष्कर्ष:
डीपीएस बोकारो ने एक बार फिर अकादमिक उत्कृष्टता और भाषाई समर्पण का प्रमाण दिया है। संस्कृत जैसी प्राचीन और वैज्ञानिक भाषा में इस स्तर की भागीदारी और सफलता वास्तव में प्रेरणादायक है।