अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि
छोटे मन से कोई बड़ा नहीं होता,
टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता।।
हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा।
काल के कपाल में लिखता-मिटाता हूं गीत नया गाता हूं।।
“मैं जी भर जिया, मैं मन से मरूं,
लौटकर आऊंगा, कुच से क्यों डरूं”
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी,
देश के करोड़ों कार्यकर्ताओं के प्रेरणास्रोत,
एक कुशल संगठनकर्ता,
विचारधारा और सिद्धांतों पर आधारित,
आज, आपके स्मृति दिवस पर,
बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने,
आपको वंदन अर्पित किया,
अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की।
आपकी जीवनी पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने कहा:
आपका जन्म 25 दिसंबर 1924 को ग्वालियर में हुआ था।
भारतीय जनता पार्टी का एक प्रमुख चेहरा,
पहले गैर-कांग्रेसी प्रधानमंत्री जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया।
1977 से 1979 तक विदेश मंत्री के रूप में कार्यरत।
16 अगस्त 2018 को निधन हो गया।
तीन बार देश के प्रधानमंत्री रहे:
* 1996 (13 दिन)
* 1998 (13 महीने)
* 1999-2004 (पूरा कार्यकाल)
श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित थे,
केके बोराल, संजय त्यागी, माथुर मंडल, महेंद्र राय, संजय पांडेय, अविनाश झा, गोलू उपाध्याय, ममता गोस्वामी, राजू गुप्ता, आदित्य शाह, विशाल पटेल, अमन कुमार, अरविंद कुमार, रोशन कुमार, आयुष कुमार, ऋतुराज सिंह, विनोद शाह, प्रमोद महतो।