अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद का सावन मिलन समारोह
अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद, बोकारो द्वारा आयोजित सैन्य मातृशक्ति का सावन मिलन समारोह जायका रिसार्ट, चास में धूमधाम से मनाया गया। इस समारोह में सावन की फूहारों के बीच गीत-नृत्य और देशभक्ति का उत्सव मनाया गया, जो अपने आप में अद्भुत और अविस्मरणीय था। विभिन्न जातियों, वर्गों और परिवारों से आए सैन्य परिवारों ने इस कार्यक्रम में सहभागिता की, जिससे यह एक विविध और समृद्ध अनुभव बना।
कार्यक्रम की शुरुआत भारतमाता के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से की गई। इसके बाद महिलाओं ने झूला झूलते हुए कजरी के मनमोहक गीतों की प्रस्तुति दी। शिव पार्वती के मधुरम गीतों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया, और प्रसिद्ध लोकगीत ‘कि अबकी सावन मे कइसे खेलब हम कजरिया’ पर सभी लोग थिरकने को मजबूर हो गए।
सैन्य मातृशक्ति की सदस्याओं ने वीरले लोकगीत, आधुनिक गीत और देशभक्ति कविताओं की भी प्रस्तुति दी। बच्चों ने भी एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। रंगोली, गजरे और मेहंदी प्रतियोगिताओं के आयोजन के बाद प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण किया गया।
सैन्य मातृशक्ति की अध्यक्षा श्रीमती इंद्रावती दुबे ने कहा कि यह सावन मिलन मातृशक्ति के जज्बे, रंगारंग प्रस्तुतियों और बच्चों के जोश से भरा था। कार्यक्रम और मंच संचालन करते हुए श्रीमती सुनीता पांडे ने महिलाओं के सांस्कृतिक नृत्य और लोकगीत प्रस्तुति को अद्भुत बताया। उन्होंने देश और पड़ोसी देशों में महिलाओं के साथ हो रहे अमानवीय कृत्यों पर भी रोष प्रकट किया और समाज के सभी वर्गों से महिलाओं के सर्वांगीण उत्थान के लिए आगे आने का आह्वान किया।
प्रस्तुति और कार्यक्रम संयोजन में श्रीमती मुनमुन मुखर्जी, प्रियंका देवी, पूनम कुमारी, इंदिरा देवी, रेखा देवी, कुमकुम सिंह, अनिता कुमारी, सोनी कुमारी, अर्चना राय, रंजना सिंह, अर्चना कुमारी, कंचन शर्मा, गुंजन, गीता देवी, अनीता कांति, दीपा यादव, लीला देवी, शोभा सिंह, मंजू, संगीता, चंचल और राजकुमारी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। सभी ने समाज में सकारात्मक संदेश देने के लिए सैन्य समाज की अनवरत प्रतिबद्धता जताई। कार्यक्रम का समापन सामूहिक राष्ट्रगान के साथ किया गया।